Quran Hindi Translation

Surah Al Inshirah

Translation by Mufti Mohammad Mohiuddin Khan



In the name of Allah, Most Gracious,Most Merciful


1

أَلَمْ نَشْرَحْ لَكَ صَدْرَكَ

(ऐ रसूल) क्या हमने तुम्हारा सीना इल्म से कुशादा नहीं कर दिया

(जरूर किया)

2

وَوَضَعْنَا عَنْكَ وِزْرَكَ

और तुम पर से वह बोझ उतार दिया

3

الَّذِي أَنْقَضَ ظَهْرَكَ

जिसने तुम्हारी कमर तोड़ रखी थी

4

وَرَفَعْنَا لَكَ ذِكْرَكَ

और तुम्हारा ज़िक्र भी बुलन्द कर दिया

5

فَإِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا

तो (हाँ) पस बेशक दुशवारी के साथ ही आसानी है

6

إِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا

यक़ीनन दुश्वारी के साथ आसानी है

7

فَإِذَا فَرَغْتَ فَانْصَبْ

तो जब तुम फारिग़ हो जाओ तो मुक़र्रर कर दो

8

وَإِلَى رَبِّكَ فَارْغَبْ

और फिर अपने परवरदिगार की तरफ रग़बत करो

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Zahid Javed Rana, Abid Javed Rana,

Lahore, Pakistan

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