Quran Hindi TranslationSurah Al InshirahTranslation by Mufti Mohammad Mohiuddin Khan |
1 |
أَلَمْ نَشْرَحْ لَكَ صَدْرَكَ (ऐ रसूल) क्या हमने तुम्हारा सीना इल्म से कुशादा नहीं कर दिया (जरूर किया) |
2 |
وَوَضَعْنَا عَنْكَ وِزْرَكَ और तुम पर से वह बोझ उतार दिया |
3 |
الَّذِي أَنْقَضَ ظَهْرَكَ जिसने तुम्हारी कमर तोड़ रखी थी |
4 |
وَرَفَعْنَا لَكَ ذِكْرَكَ और तुम्हारा ज़िक्र भी बुलन्द कर दिया |
5 |
فَإِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا तो (हाँ) पस बेशक दुशवारी के साथ ही आसानी है |
6 |
إِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا यक़ीनन दुश्वारी के साथ आसानी है |
7 |
فَإِذَا فَرَغْتَ فَانْصَبْ तो जब तुम फारिग़ हो जाओ तो मुक़र्रर कर दो |
8 |
وَإِلَى رَبِّكَ فَارْغَبْ और फिर अपने परवरदिगार की तरफ रग़बत करो ********* |
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