Quran Hindi TranslationSurah Al Ma'unTranslation by Mufti Mohammad Mohiuddin Khan |
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1 |
أَرَأَيْتَ الَّذِي يُكَذِّبُ بِالدِّينِ क्या तुमने उस शख़्श को भी देखा है जो रोज़ जज़ा को झुठलाता है |
2 |
فَذَلِكَ الَّذِي يَدُعُّ الْيَتِيمَ ये तो वही (कम्बख्त) है जो यतीम को धक्के देता है |
3 |
وَلَا يَحُضُّ عَلَى طَعَامِ الْمِسْكِينِ और मोहताजों को खिलाने के लिए (लोगों को) आमादा नहीं करता |
4 |
فَوَيْلٌ لِلْمُصَلِّينَ तो उन नमाज़ियों की तबाही है |
5 |
الَّذِينَ هُمْ عَنْ صَلَاتِهِمْ سَاهُونَ जो अपनी नमाज़ से ग़ाफिल रहते हैं |
6 |
الَّذِينَ هُمْ يُرَاءُونَ जो दिखाने के वास्ते करते हैं |
7 |
وَيَمْنَعُونَ الْمَاعُونَ और रोज़मर्रा की मालूली चीज़ें भी आरियत नहीं देते ********* |
© Copy Rights: Zahid Javed Rana, Abid Javed Rana, Lahore, Pakistan Email: cmaj37@gmail.com |
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