Quran Hindi TranslationSurah Al BaladTranslation by Mufti Mohammad Mohiuddin Khan |
1 |
لَا أُقْسِمُ بِهَذَا الْبَلَدِ मुझे इस शहर (मक्का) की कसम |
2 |
وَأَنْتَ حِلٌّ بِهَذَا الْبَلَدِ और तुम इसी शहर में तो रहते हो |
3 |
وَوَالِدٍ وَمَا وَلَدَ और (तुम्हारे) बाप (आदम) और उसकी औलाद की क़सम |
4 |
لَقَدْ خَلَقْنَا الْإِنْسَانَ فِي كَبَدٍ हमने इन्सान को मशक्क़त में (रहने वाला) पैदा किया है |
5 |
أَيَحْسَبُ أَنْ لَنْ يَقْدِرَ عَلَيْهِ أَحَدٌ क्या वह ये समझता है कि उस पर कोई काबू न पा सकेगा |
6 |
يَقُولُ أَهْلَكْتُ مَالًا لُبَدًا वह कहता है कि मैने अलग़ारों माल उड़ा दिया |
7 |
أَيَحْسَبُ أَنْ لَمْ يَرَهُ أَحَدٌ क्या वह ये ख्याल रखता है कि उसको किसी ने देखा ही नहीं |
8 |
أَلَمْ نَجْعَلْ لَهُ عَيْنَيْنِ क्या हमने उसे दोनों ऑंखें और ज़बान |
9 |
وَلِسَانًا وَشَفَتَيْنِ और दोनों लब नहीं दिए (ज़रूर दिए) |
10 |
وَهَدَيْنَاهُ النَّجْدَيْنِ और उसको (अच्छी बुरी) दोनों राहें भी दिखा दीं |
11 |
فَلَا اقْتَحَمَ الْعَقَبَةَ फिर वह घाटी पर से होकर (क्यों) नहीं गुज़रा |
12 |
وَمَا أَدْرَاكَ مَا الْعَقَبَةُ और तुमको क्या मालूम कि घाटी क्या है |
13 |
فَكُّ رَقَبَةٍ किसी (की) गर्दन का (गुलामी या कर्ज से) छुड़ाना |
14 |
أَوْ إِطْعَامٌ فِي يَوْمٍ ذِي مَسْغَبَةٍ या भूख के दिन खाना खिलाना |
15 |
يَتِيمًا ذَا مَقْرَبَةٍ रिश्तेदार यतीम को |
16 |
أَوْ مِسْكِينًا ذَا مَتْرَبَةٍ या ख़ाकसार मोहताज को |
17 |
ثُمَّ كَانَ مِنَ الَّذِينَ آمَنُوا फिर तो उन लोगों में (शामिल) हो जाता जो ईमान लाए وَتَوَاصَوْا بِالصَّبْرِ وَتَوَاصَوْا بِالْمَرْحَمَةِ और सब्र की नसीहत और तरस खाने की वसीयत करते रहे |
18 |
أُولَئِكَ أَصْحَابُ الْمَيْمَنَةِ यही लोग ख़ुश नसीब हैं |
19 |
وَالَّذِينَ كَفَرُوا بِآيَاتِنَا هُمْ أَصْحَابُ الْمَشْأَمَةِ और जिन लोगों ने हमारी आयतों से इन्कार किया है यही लोग बदबख्त हैं |
20 |
عَلَيْهِمْ نَارٌ مُؤْصَدَةٌ कि उनको आग में डाल कर हर तरफ से बन्द कर दिया जाएगा ********* |
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