Quran Hindi TranslationSurah AdiyatTranslation by Mufti Mohammad Mohiuddin Khan |
1 |
وَالْعَادِيَاتِ ضَبْحًا (ग़ाज़ियों के) सरपट दौड़ने वाले घोड़ो की क़सम |
2 |
فَالْمُورِيَاتِ قَدْحًا जो नथनों से फ़रराटे लेते हैं |
3 |
فَالْمُغِيرَاتِ صُبْحًا फिर पत्थर पर टाप मारकर चिंगारियाँ निकालते हैं फिर सुबह को छापा मारते हैं |
4 |
فَأَثَرْنَ بِهِ نَقْعًا (तो दौड़ धूप से) बुलन्द कर देते हैं |
5 |
فَوَسَطْنَ بِهِ جَمْعًا फिर उस वक्त (दुश्मन के) दिल में घुस जाते हैं |
6 |
إِنَّ الْإِنْسَانَ لِرَبِّهِ لَكَنُودٌ (ग़रज़ क़सम है) कि बेशक इन्सान अपने परवरदिगार का नाशुक्रा है |
7 |
وَإِنَّهُ عَلَى ذَلِكَ لَشَهِيدٌ और यक़ीनी ख़ुदा भी उससे वाक़िफ़ है |
8 |
وَإِنَّهُ لِحُبِّ الْخَيْرِ لَشَدِيدٌ और बेशक वह माल का सख्त हरीस है |
9 |
أَفَلَا يَعْلَمُ إِذَا بُعْثِرَ مَا فِي الْقُبُورِ तो क्या वह ये नहीं जानता कि जब मुर्दे क़ब्रों से निकाले जाएँगे |
10 |
وَحُصِّلَ مَا فِي الصُّدُورِ और दिलों के भेद ज़ाहिर कर दिए जाएँगे |
11 |
إِنَّ رَبَّهُمْ بِهِمْ يَوْمَئِذٍ لَخَبِيرٌ बेशक उस दिन उनका परवरदिगार उनसे ख़ूब वाक़िफ़ होगा ********* |
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